Raksha Bandhan 2023 इस बार रक्षाबंधन पर अपनी भाई की कलाई में पिरूल की रंग-बिरंगी राखियां बांधे। उत्तराखंड में ये स्पेशल राखी बन रही है। इन राखियों की खूबसूरती के कायल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हैं। अभी तक महिलाएं 1.50 लाख रुपये की राखी बेच चुके हैं। इन राखियों को लेकर बाजार काफी मांग भी बढ़ी है।
इस रक्षाबंधन पर चीड़ की पिरूल की रंग-बिरंगी राखियां भी कलाई पर सजेगी। पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ ही अब स्वरोजगार को लेकर जनपद उत्तरकाशी में विभिन्न महिला समूह की 50 से अधिक महिलाएं राखी बना रही हैं। राखी बनाने के लिए पिरूल का उपयोग किया जा रहा है। इन राखियों को लेकर बाजार काफी मांग भी बढ़ी है।
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के जरिये बाजार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। अभी तक महिलाएं 1.50 लाख रुपये की राखी बेच चुके हैं। जनपद के पुरोला, नौगांव और डुंडा में महिलाएं चीड़ के पिरूल से खास तरह की सुंदर राखी तैयार कर रही हैं। ये महिलाएं अपने चौका-चूल्हा, खेत खलियान का कार्य निपटाने के साथ एक दिन में पांच सौ से अधिक राखियां तैयार कर रही हैं।
एक राखी की कीमत 35 रुपये है। जिला प्रशासन की ओर से 250 राखियों की डिमांड की गई। 350 राखियां की डिमांड देहरादून भेजी गई हैं। स्थानीय बाजार में भी राखी को बेचने के लिए सरकारी स्तर से भी प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना उत्तरकाशी के सहयोग से प्रत्येक ब्लाक मुख्यालय पर स्टॉल लगाए गए हैं।
महिलाओं का किया जा रहा है पूरा सहयोग
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना महिलाओं को पूरा सहयोग कर रही है। जिसमें मार्केटिंग और डिजाइनिंग में सहयोग किया गया है। पुरोला, नौगांव और डुंडा की महिलाओं ने राखी तैयार कर करीब तीन हजार राखियां बेच दी हैं। –