वीओ : दरअसल आपको बता दे की शेरकोट अली मस्जिद कमेटी के पूर्व सेक्रेट्री हाफिज मोहम्मद अफजाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस जारी कर बताया की 5 अगस्त 2023 को अली मस्जिद की कमेटी ने एक प्रेस कांफ्रेंस की थी जिसमे हाफ़िज़ अफजाल के ऊपर चोरी का आरोप लगाया गया था और कहा थी की हाफ़िज़ अफजाल ने अली मस्जिद की रसीदें काटी थी जब की ये आरोप बिल्कुल गलत और निराधार है। तो वहीं पूर्व सिक्रेट्री हाफिज मोहम्मद अफजाल ने निसार अहमद के ऊपर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि निसार अहमद ने मस्जिद के नाम पर चंदा इखट्टा किया और आपने पास रख लिया और निसार अहमद कुछ न होते हुए भी 29 मार्च 2019 को अली मस्जिद की गुल्लक खोल ली थी और उसमे से निकला पैसा भी आपने पास रख लिया जिसका मुकदमा शेरकोट थाने में पंजीकृत हैं। हाफिज मोहम्मद अफजाल ने निसार अहमद पर आरोप साधते हुए कहा की निसार ने वक्फ बोर्ड को धोखे में रख कर मस्जिद के ऊपर हॉल बनाने की परमिशन लेकर दुकान की छत पर हाल बनाया जिससे मस्जिद को बीस हज़ार रुपए माहवार की आमदनी खत्म हो गई और एक धोका और निसार अहमद ने वक्फ बोर्ड को दिया है कि निसार अहमद ने वक्फ बोर्ड में बयान हल्फी देकर कहा की मस्जिद की कमेटी में दुकानदार का कोई भी सका संबंधी नहीं है जबकि दो दुकान के किराए दार हाजी अनीस अहमद अली मस्जिद कमेटी के सदर मोहम्मद अशरफ़ आपस में सगे तयरे और चचेरे भाई है।इसमें भी निसार अहमद ने वक्फ बोर्ड को धोखे में रखा है।