देहरादून| जन संघर्ष मोर्चा (Jan Sangharsh Morcha) अध्यक्ष एवं जीएमवीएन (GMVN) के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मोर्चा ने कहा कि लोकप्रियता (Popularity) के मामले में 0.4 फीसदी वाली अलोकप्रिय सरकार 4 साल के कार्यकाल पूरा होने पर उपलब्धि दिवस मनाने की तैयारी कर रही है, जो प्रदेश की जनता से बहुत बड़ा छलावा है. सरकार को उपलब्धि मनाने के बजाय मातम मनाना चाहिए !
बड़े शर्म की बात है कि इन 4 वर्षों में प्रदेश को गर्त में धकेलने के दर्जनों ऐसे अनियमितता के मामले हैं, जो प्रदेश को शर्मसार करने के लिए काफी है.
28 फरवरी को निरस्त हुई सोल्जर GD भर्ती परीक्षा की नई तारीख घोषित, 22 मार्च से मिलेंगे एडमिट कार्ड
- मोर्चा के सरकार पर आरोप –
- 0.4 फ़ीसदी लोकप्रियता वाली सरकार मनाएगी जश्न, जनता मना रही मातम !
- कुटुंब के भ्रष्टाचार संबंधी स्टिंग पूरे देश में सार्वजनिक होने के मामले में मनाना है जश्न!
- प्रदेश को हजारों करोड़ कर्ज में डुबाने पर मनाना है जश्न !
- प्रदेश में दर्जनों आत्महत्याओं के मामले में मनाना है जश्न !
- बेरोजगारों को रोजगार नहीं देने के मामले में मनाना है जश्न !
- तपोवन हादसे में दर्जनों शवों को न निकाल पाने की नाकामी पर मनाना है जश्न !
- खनन/शराब माफियाओं से डील करने पर मनाना है जश्न !
- जहरीली शराब से हरिद्वार-देहरादून में हुई दर्जनों मौतों, सड़कों एवं लचर स्वास्थ्य सुविधाएं के अभाव में रास्ते में ही प्रसव पीड़ा में दम तोड़ती बहनें के मामले में मनाना है जश्न !
- मोर्चा राजभवन से इस कृत्य / जश्न पर रोक लगाने की करेगा मांग |
जन्मदिन नहीं मनाया तो बच्चे ने किया ऐसा काम…पुलिस भी हैरान
नेगी ने कहा कि इन 4 सालों में सरकार ने प्रदेश को हजारों करोड़ के कर्ज में डुबाने, कुटुंब के भ्रष्टाचार (Corruption) संबंधी स्टिंग (Sting) पूरे देश में वायरल (viral) होने, झारखंड (Jharkhand) दलाली प्रकरण में सीबीआई जांच व एफआईआर (FIR) , बेरोजगारों को रोजगार (Employment) देने के बजाय उनका रोजगार छीनने, प्रदेश में हुई दर्जनों आत्महत्याओं, हरिद्वार- देहरादून (Haridwar-Dehradun) में जहरीली शराब से हुई दर्जनों मौतों, तपोवन आपदा (Tapovan Tragedy) में शवों को निकालने की नाकामी, 108 सेवा के कर्मचारियों का रोजगार छीनने, हर छोटे-बड़े मामले में न्याय पाने के लिए जनता को न्यायालय की शरण लेने, खनन- शराब माफियाओं से डील कर प्रदेश की जनता को लूटने, सड़कों एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में प्रसव पीड़ा से दम तोड़ती बहनें, इन्वेस्टर समिट (Investor Summit) के झूठे विज्ञापनों पर करोड़ों रुपए खर्च करने, कर्मकार बोर्ड द्वारा श्रमिकों का करोड़ों रुपए लूटने, निविदाओं के खेल, अफसरों पर नकेल कसने में नाकामी, आमजन के पत्रों पर कार्रवाई न होने जैसे मुद्दों पर जमकर घेरा.
जन संघर्ष मोर्चा का कहना है कि इन सब नाकामियों के बावजूद तथा प्रदेश की जनता को दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर करने वाली सरकार जश्न मनाने की तैयारी कर रही है. मोर्चा राजभवन से मांग करता है कि सरकार को ऐसे जश्न/कृत्य करने से रोके.