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सांप काटने पर झाड़ फूंक कराया, अंधविश्वास में गई महिला की जान

सर्पदंश की घटना में अंधविश्वास की वजह से फिर एक महिला की मौत हो गई। घटना सन्ना थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत चंपा की है। सर्पदंश पीड़ित महिला को परिवार वाले 100 मीटर दूर अस्पताल न ले जाकर झाड़फूंक कराते रहे। जब झाड़फूंक करने वाले ने हाथ खड़ा कर दिया, तब परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। इससे पहले ही उसकी मौत हो गई थी। चंपा निवासी मनप्यारी बाई पति रमन(60) घर के पास गोबर उठा रही थी। इस दौरान जहरीले सांप ने काट लिया। महिला ने इसकी जानकारी अपने परिजन को दी। मनप्यारी बाई के घर से चंपा का उप स्वास्थ्य केन्द्र महज 100 मीटर की दूरी पर है। पर परिवार वाले उसे वहां न ले जाकर झाड़फूंक कराने लगे। इसके लिए ओझा गुनिया को रमन ने घर बुलाया था। बताया जाता है कि महिला को सुबह करीब 7 बजे सांप ने काटा था। देर से पहुंची थी महिला नहीं तो बच जाती जान सन्ना के प्रभारी बीएमओ डॉ. नीतिश आनंद सोनवानी ने बताया कि परिजन सुबह 9 बजे सांप काटने की बात कह रहे हैं। मृतिका की जांच से लग रहा है कि उसे सुबह ही सांप ने काटा था। करीब 3 से 4 घंटे देर से उसे अस्पताल लाया गया था। महिला के हाथ में स्नेक बाइट के निशान थे। एंटी स्नैक वेनम की मदद से आसानी से उसकी जान बचाई जा सकती थी, बशर्ते वह समय पर अस्पताल पहुंचती।

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