मसूरी: शिफन कोर्ट(Shifan Court) से बेघर हुए परिवारों ने एक बार फिर से देहरादून-मसूरी-पुरुकुल(Dehradun-Massuri-Purkul) रोपवे का विरोध करना शुरू कर दिया है. सोमवार को पुरुकुल रोपवे प्रोजेक्ट(Rope way Project) के तहत मुख्य द्वार पर गेट लगाया जा रहा है. जिसका बेघर हुए परिवारों के लोगों ने विरोध किया है जिसके बाद पुलिस(Police) को मौके पर बुलाना पड़ा इस दौरान पीड़ित परिवारों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई है.
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा करोड़ों खर्च करके रोपवे बनाया जा रहा है मगर उनके रहने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. सरकार ने उन्हें बेघर करके सड़कों पर छोड़ दिया है जिसके तहत आज उनके बच्चे और महिलाएं परेशान हैं. ना तो कोई जनप्रतिनिधि और ना ही प्रशासनिक अधिकारी उनकी ओर ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने क्षेत्रीय विधायक गणेश जोशी और पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता पर भी उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पिछले 5 महीने से बहुत परेशान है घर से बेघर हैं परंतु सिर्फ आश्वासन के सिवा उन्हें कुछ नहीं मिला. मसूरी में सर्दी के सितम के बीच उनके परिवार सड़कों पर दिन काट रहे हैं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वह देहरादून मसूरी पुरुकूल रोवपे का कार्य तब तक शुरू नहीं होने देंगे जब तक उन्हें विस्थापित नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अपना हक लेने के लिए वे आंदोलन को तेज करेंगे इसके लिए चाहे उन्हें जेल भी क्यों ना जाना पड़े.