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तिरुपति लड्डुओं में मिलावट पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई, सीबीआई जांच की मांग –

सीएम चंद्रबाबू नायडू ने इस मामले की जांच के लिए एक 9 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है. वहीं, प्रसाद विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है.

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट आज सोमवार को तिरुपति लड्डू विवाद से संबंधित कई याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने अदालत की निगरानी में जांच की मांग करते हुए याचिकाएं दायर की हैं. बता दें, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाए थे कि श्री वेंकटेश्वर मंदिर में ‘प्रसाद’ के रूप में वितरित किए गए लड्डुओं में मिलावट की गई थी.

न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति केवी. विश्वनाथन की पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी. वहीं, अधिवक्ता सत्यम सिंह द्वारा दायर एक याचिका में यह मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में न्यायिक समिति का गठन किया जाए और पूरे मामले की जांच कराई जाए. अगर ऐसा ना हो तो इस मामले को सीबीआई को सौंपा जाए.

दायर याचिका में कहा गया है कि प्रसाद में मिलावट करने से धार्मिक रीति-रिवाजों का गंभीर उल्लंघन हुआ है, क्योंकि जांच में ऐसे तमाम तथ्य सामने आए हैं, जो परेशान करने वाले हैं. यह कृत्य न केवल हिंदू धार्मिक रीति-रिवाजों के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन करता है, बल्कि उन असंख्य भक्तों की भावनाओं को भी गहरा आघात पहुंचाता है जो ‘प्रसाद’ को पवित्र मानते हैं. उन्होंने आगे कहा कि इस मामले की गंभीरता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह हमारी धार्मिक प्रथाओं और विश्वासों पर प्रहार करती है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि तिरुमाला तिरुपति बालाजी मंदिर में हाल ही में हुई हिंसा संविधान के अनुच्छेद 25 का गंभीर उल्लंघन है, जो धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार की गारंटी देता है. आंध्र प्रदेश के सीएम ने इस मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन भी किया है, जो बहुत जल्द इसकी रिपोर्ट सौंपेगी.

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