जोध सिंह रावत
गैरसैंण| सीएम त्रिवेन्द्र रावत (CM Trivendra Singh Rawat)ने गुरुवार को महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि गैरसैंण (Gairsain) सूबे के तीसरा मंडल होगा, जिसमे रुद्रप्रयाग(Rudraprayag), चमोली (Chamoli), अल्मोड़ा (Almora) व बागेश्वर (Bageshwar) जनपद शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि भराड़ीसैंण राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए एक माह में टाउन प्लानर (Town Planner) की नियुक्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। कहा गया कि राजधानी परिक्षेत्र गैरसैंण को 20 हजार फलदार पेड़ों से आच्छादित किया जाएगा।
गैरसैंण मे खाद्य प्रसंस्करण ईकाई की स्थापना भी होगी। ज्ञात हो कि गत वर्ष राज्य स्थापना दिवस के मौके पर सीएम ने गैरसैंण क्षेत्र के विकास हेतु 25 हजार करोड़ की स्वीकृति के साथ आगामी 10 वर्षों में समुचित विकास किये जाने की बात कही थी। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किये जाने के एक वर्ष पूरा होने पर की गई इस घोषणा का यहां स्वागत किया जा रहा है। देर रात तक विधानसभा परिषर में दीपोत्सव व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। परिसर को रंगीन प्रकाश से सजाया गया है, चारो ओर खुशी का माहौल है।
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मिल रही मिली-जुली प्रतिक्रिया
कमिश्नरी घोषित किये जाने को लेकर आम जन की मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। भाजपा से जुड़े लोग इस फैसले को ऐतिहासिक बता रहे हैं, जब कि विपक्षी इस घोषणा को शिगूफा सावित करने में जुटे हैं। पूर्व मन्दिर समिति सदस्य भाजपा के वरिष्ट कार्यकर्ता राम चंद्र गौड़ सरकार के इस फैसले कल ऐतिहासिक मान रहे हैं। उनका कहना है कि गढ़वाल व कुमायूं को जोडने का अभिनव प्रयोग किया गया है, जिसका आम जन कल लाभ मिलेगा।
कांग्रेस के पूर्व राज्य मंत्री सुरेश कुमार बिष्ट का कहना है कि जनता लम्बे समय से कमिश्नरियों को हटाने की मांग कर रही है। आम लोगो को बेवकूफ़ बनाया जा रहा है। सरकार के इस फैसले से पहाड़ वासियों को तो फायदा नहीं होगा किन्तु देहरादून में एक और केम्प कार्यालय गैरसैंण कमिश्नरी का होना तय है, इससे अधिक कोई लाभ नहीं होगा। कमोबेश आम लोगों का मानना है कि जनपद के दर्जा दिए जाने का लाभ सभी को मिलना तय है किंतु कमिश्नरी से क्या लाभ होगा इसका अंदाजा पौड़ी व नैनीताल कमिश्नरियों में हो रहे विकास से सहज ही लगाया जा सकता है।
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