ऑपरेशन मुक्ति के सम्बन्ध में आमजन को जागरूक किये जाने को लेकर राजधानी देहरादून के पुलिस लाईन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। “ऑपरेशन मुक्ति” के तहत उत्तराखण्ड पुलिस ने भिक्षावृत्ति में लिप्त करीब 3603 बच्चों को विभिन्न स्कूलों में दाखिला दिलवाकर उनके हाथों में किताबें थमाई हैं। मंगलवार को इन बच्चों के साथ पुलिस लाइन देहरादून में कुछ बेहतरीन समय बिताया और उन्हें आवश्यक पाठ्य सामग्री भी वितरित की।
इस दौरान उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस का यह अभियान भिक्षा नहीं शिक्षा की ओर अग्रसर है। ‘हर हाथ में हो किताब’ इस उद्देश्य के साथ पुलिस विभाग द्वारा अन्य संस्थाओं के सहयोग से ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को उनका बचपन देना जरुरी है। साथ ही उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बच्चों को भिक्षा देकर हम उनकी मदद नहीं करते, बल्कि उन्हें भिक्षावृत्ति की ओर धकेल रहे हैं जिसके दूरगामी परिणाम समाज के हित में नहीं हैं। ड्रॉपआउट की समस्या पर उन्होंने ऑपरेशन मुक्ति टीम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चों की स्कूली शिक्षा दीक्षा एवं कल्याण के लिए प्रचलित सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर बच्चों को उनसे भी लाभान्वित करने का प्रयास करें। वर्ष 2017 से प्रारम्भ किये गये इस अभियान में अभी तक 3603 बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया गया है। वहीं ऑपरेशन मुक्ति अभियान में पुलिस कर्मियों की विशेष कार्ययोजना से मिले सकारात्मक परिणाम हम सबके सामने हैं।