कोटद्वार। आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट कोटद्वार व उत्तराखंड नशाबंदी परिषद के तत्वावधान में एक सभा का आयोजन देवीरोड़ कोटद्वार स्थित एक होटल में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित व एडवोकेट स्व.जगमोहन भारद्वाज को श्रद्धांजलि अर्पित करके हुआ। ट्रस्ट के संस्थापक संरक्षक व उत्तराखंड नशाबंदी परिषद के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट जगमोहन भारद्वाज की प्रथम पुण्यतिथि पर उनको याद किया गया।
प्रोफेसर नन्दकिशोर ढोंडियाल अरुण ने कहा कि गांधीवादी सर्वोदय सेवक मान सिंह रावत से प्रेरणा लेकर एडवोकेट जगमोहन भारद्वाज नशाबंदी के क्षेत्र में कूद गए तथा जीवन भर समाज में व्याप्त नशा मुक्ति के लिए अंतिम क्षण तक संघर्ष करते रहे। मयंक प्रकाश कोठारी भारतीय ने कहा कि नशा ही सब बुराइयों की जननी है। उन्होंने सरकार से अपील की कि उत्तराखंड में पूर्ण नशाबन्दी लागू की जाय। दैनिक जयन्त के संपादक नागेन्द्र उनियाल ने कहा कि नशा को सामाजिक अपराध माना जाना चाहिए व सरकार को मद्यनिषेध विभाग की पुनर्स्थापना करनी चाहिये।
नशाबंदी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु धनपाल सिंह रावत, केंद्रीय गांधी स्मारक निधि राजघाट दिल्ली को नशाबंदी एडवोकेट जगमोहन भारद्वाज स्मृति सम्मान – 2023 से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें पुष्पगुच्छ, बैज, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र भेंट किया गया। अपने संबोधन में धनपाल सिंह रावत ने कहा कि नशाबन्दी ही एडवोकेट जगमोहन भारद्वाज के जीवन का लक्ष्य था जिसके लिए वे पूरे देश में जनजागरूकता अभियान चलाया करते थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गांधीवादी वयोवृद्धा सर्वोदय सेविका शशिप्रभा रावत ने कहा कि गांधी जी ने नशा मुक्त भारत की कल्पना की थी। सभा का संचालन ट्रस्ट के अध्यक्ष व प्रदेश महासचिव, उत्तराखंड नशाबन्दी परिषद सुरेन्द्र लाल आर्य सर्वोदयी पुरूष व कैलाश भारद्वाज ने संयुक्त रूप से किया। सभा को चक्रधर शर्मा कमलेश, प्रकाश चन्द्र कोठारी, प्रवेश नवानी, धीरजधर बछवान, विकास आर्य, विजय लखेड़ा, कैप्टन पी एल खंतवाल, सुरेशानंद मंझेड़ा, शूरबीर खेतवाल, राकेश अग्रवाल, चित्रमणि देवलियाल आदि ने संबोधित किया। सभा मे जनार्दन ध्यानी, सुदीप बौंठियाल, अमेरिका सिंह, गोबिन्द डंडरियाल,मीना बछवांन, लक्ष्मी देवी, ममता भारद्वाज, अंजू भारद्वाज, भुवनेश जखवाल, बचन सिंह गुसाईं, शिवप्रसाद कुकरेती, विनय रावत, राजेन्द्र सिंह नेगी, महेन्द्र अग्रवाल, कुसुमलता भारद्वाज, डॉ० विनोद सामंत, शिव कुमार
आदि मौजूद रहे।
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