एनएचएआई और प्रशासन के अधिकारियों आज (शनिवार) को पुल का निरीक्षण किया
कुमाऊं में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। पांच मौतों के बाद शुक्रवार को गौला नदी का जलस्तर 75 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया और हल्द्वानी-सितारगंज मार्ग पर बना गौला पुल फिर दरक गया। पुल का पुस्ता उसी जगह से दरका, जिस हिस्से को पिछले से रिपेयर किया गया था। शुक्रवार शाम से पुल से आवाजाही बंद है और कब तक बंद रहेगी इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता।। इसके बाद आगे की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। बीते शाम के समय सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेई, एसडीएम परितोष वर्मा और तहसीलदार सचिन कुमार, थाना प्रभारी बनभूलपुरा नीरज भाकुनी ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ निरीक्षण भी किया था। इसके बाद पुल पर यातायात को बंद कर दिया गया था।
नदी स्टेडियम की ओर मुड़ गई है। सिंचाई विभाग ने स्टेडियम की सुरक्षा के लिए बनाए गए प्रस्ताव कई बार संसोधित कर दिए हैं, लेकिन अभी तक स्थायी कार्यों शुरु नहीं हो पाए। पूर्व में 65 करोड़ रुपये की लागत से स्टेडियम के किनारे 750 मीटर लंबी और 12 मीटर ऊंची काउंटरफोर्ट वॉल बनानी थी, लेकिन अब 400 मीटर के दायरे में करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से काउंटरफोर्ट वॉल बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव के लिए शासन से धनराशि स्वीकृत होने का इंतजार है।
पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गौला नदी जलस्तर शुक्रवार को 75 हजार क्यूसेक के पार पहुंच गया और नदी ने अलग-अलग स्थानों पर भू-कटाव शुरू कर दिया। दोपहर बाद यहां रहने वाले मनोज कुमार और शमीम बानो के मकान ध्वस्त हो गए जबकि नरगिस का मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हो गया।