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कुवैत की एक इमारत में लगी आग से 40 भारतीयों की मौत

Kuwait Fire कुवैत की एक इमारत में लगी आग से 40 भारतीयों की मौत हो गई है। घटना के बाद कुवैत में रह रहे भारतीयों की विशाल संख्या चर्चा का विषय बन गई है। कुवैत भारतीयों का पसंदीदा डेस्टिनेशन बन गया है। आइए जानते हैं कि कुवैत में कितने भारतीय रहते हैं और वो वहां इतनी बड़ी संख्या में क्या करने जाते हैं।

Kuwait Fire कुवैत की एक इमारत में लगी भीषण आग से 50 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में मरने वालों में 40 भारतीय शामिल हैं। आग इतनी विकराल थी कि सब कुछ जलकर खाक हो गया। घटना के बाद, न सिर्फ कुवैत सरकार बल्कि भारत सरकार भी एक्शन मोड में है। पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 2 लाख की सहायता राशि देने का एलान किया। इसी के साथ पीएम के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंचे हैं। कीर्तिवर्धन मारे गए भारतीयों के पार्थिव शरीरों की शीघ्र वापसी सुनिश्चित करेंगे।कुवैत की आग में 42 भारतीयों की मौत।
विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंचे।
सीढ़ियों पर शव मिले, बचने के लिए लोग खिड़कियों से कूदे।

कुवैत में जिस जगह ये हादसा हुआ वहां भारतीयों की संख्या काफी अधिक है। हाल ही के सालों में कुवैत जाने वाले भारतीयों की संख्या में इजाफा हुआ है। कुवैत में नौकरी के लिए जाने वाले भारतीयों की संख्या काफी ज्यादा है। कुवैत की कुल जनसंख्या में कुल 21 फीसद भारतीय हैं। भारतीय एम्बेसी के आंकड़ों के अनुसार, यहां तक की वहां काम करने वाले कुल लोगों में से 30 फीसद भारतीय ही हैं। कुवैत में भारतीय की संख्या लगभग 10 लाख है और वो वहां के सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय माना जाता है। कुवैत में अनस्किल्ड लोगों को काफी अच्छी सैलरी मिलती है। उन्हें हर महीने 100 कुवैती दिनार यानी 27 हजार रुपये मिलते हैं। वहीं, लोअर स्किल्ड मजदूरों को 40 हजार रुपये तक सैलरी मिलती है।

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