मिट्टी खनन को लेकर धरने पर बैठे रहे किसान, मजदूर और प्रशासन रहा मौन
नजीबाबाद
मंडावली के ग्राम जटपुरा खास से मिट्टी का खनन करने वाले ठेकेदारों ने इस समय पूरे क्षेत्र में तबाही मचा रखी है। जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन तोमर के जिला अध्यक्ष विपिन कुमार 7 जून को किसान व मजदूरों की समस्याओं को लेकर शुक्रवार 11 बजे से धरने पर बैठे थे। धरना रात के 9 बजे तक चलता रहा लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी धरना स्थल पर नहीं पहुंचा। 8:30 बजे रात्रि खनन माफिया तस्लीम ने 112 नंबर पर डायल कर बताया धरने पर बैठे किसान खनन करने वाले ट्रैक्टर और डंपरों को निकालने नहीं दे रहे हैं। डायल 112 की गाड़ी मौके पर पहुंची डायल जहां उन्होंने पाया कि किसानों ने किसी को रोका ही नहीं ! थोड़ी देर बाद थाना मंडावली अध्यक्ष वह हल्का दरोगा देवपाल सिंह अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। खनन माफिया पुलिस के पहुंचने से पहले ही डंपरों से भरी मिट्टी को खाली कर चुके थे। पुलिस द्वारा उनको वहां से निकलवाया जाने लगा। तो धरने पर बैठे किसानो ने इन गाड़ियों के कागज चेक करने की बात कही जबकि तब तक तीन ट्रैक्टर और दो डंपर निकल चुके थे । हालांकि में एक डमपर को पुलिस ने रोक कर कागजात चेक किया तो गाड़ी नंबर यूके 07 सी बी 3884 की फिटनेस 17 मई 2020 को समाप्त हो चुकी थी। प्रदूषण 8 नवंबर 2023 को समाप्त हो चुका था। यूपी का टैक्स भी नहीं पाया गया। गाड़ी का परमिट भी समाप्त पाया गया। इतना सब कुछ होने के बावजूद भी गाड़ी को एमवी एक्ट के तहत सीज नहीं किया गया । बल्कि ₹5 हजार रुपयों का ऑनलाइन चालान कर गाड़ी को छोड़ दिया गया। ना ही वहां किसी अन्य संबंधित अधिकारी को अवगत कराया गया। जबकि गाड़ी के सारे कागजात पूरे होने के बाद भी थाना मंडावली पुलिस एमवी एक्ट के तहत गाड़ी को सीज कर देती है। इस बात को लेकर क्षेत्र की जनता और भारतीय किसान यूनियन तोमर के किसान मजदूर थाना मंडावली की कार्य शैली पर सवालिया निशान उठा रहे हैं। अब आप इसी से अंदाजा लगा लीजिए बिना फिटनेस बिना प्रदूषण बिना टैक्स और बिना परमिट के गाड़ी ओवरलोड मिट्टी का खनन कर रही है इसके बावजूद भी खनन अवैध नहीं है।