न्यूज डेस्क| आज पुलवामा हमले (Pulwama Attack) को हुए दो साल पूरे हो रहे हैं. CRPF पर ये हमला अब तक के सबसे बड़े बड़े हमलों में से एक है. भारत ने अपने 42 वीर सपूत इस हमले में खो दिए. दो साल पहले CRPF के काफिले पर IED से विस्फोट किया गया था. भारी मात्रा में विस्फोटक भरकर CRPF के ट्रक से टकरा दिया था. काफिले में 78 ट्रक थे जिनमें लगभग ढाई हजार जवान जम्मू से श्रीनगर जा रहे थे. इस हमले में उत्तराखंड ने भी दो जवानों को खो दिया था. हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने ली थी.
देश के लोग इसे काले दिन के तौर पर याद करते हैं. हमले ने सरकार और आम जनता को हिला के रख दिया था.इन शहीदों के परिवारों और देश की अपूर्णिय क्षति आज काले दिवस के तौर पर माना जाएगा.
Valentine’s Day के लिए राष्ट्रीय बजरंग दल समेत हिंदु संगठनों ने देहरादून के लिए बनाया रोड-मैप | UdayPrabhat
वहीं दूसरी ओर प्रेमी जोड़ों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं Valentine’s Day.भारतीय समाज का एक धड़ा इसका विरोध करता है. भारतीय संस्कृति का धुर विरोधी बताता है. वहीं दूसरा धड़ा इसे अपने प्रेम को इजहार करने का मौका मानता है. कई युवा फाइनली अपने प्यार के प्रपोज़ल के लिए वैलेंटाइंस डे का इंतजार करते हैं.
इस बार भी दोनों धुरियों के बीच खाई है जो आने वाले वक्त में एक लंबे दौर तक रहेगी. पुलवामा हमले का रोष, अपनी संस्कृति की पहचान और प्रेम निमंत्रण के द्वंद में भारत का समाज इस दुविधा में है कि शहीदों की शहादत की याद अपने दिल में बसाए Valentines’s Day को स्वाकार करें तो कैसे ?
लापता लोगों के परिजनों ने किया अपर जिलाधिकारी का घेराव, अब तक 14 FIR दर्ज | UdayPrabhat