प्रेस विज्ञप्ति देहरादून दिनांक 4.7.2024 ।।।।। ज्ञापन।।।। सेवा में, परम सम्मानित राष्ट्रपति जी भारत सरकार द्वारा जिलाधिकारी महोदय देहरादून विषय अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ना पाया जाना और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग महोदय , मनमोहन शर्मा अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी कीअखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा उत्तराखण्ड आपको अवगत कराते हुए खेद प्प्रकट कर रही हैं की अयोध्या नगरी में कई हजार करोड़ लागत से प्रभु भगवान श्री राम जी का भव्य मंदिर का निर्माण अयोध्या में हुआ जो आज देश वासियों के लिए बहुत खुशी का संदेश और आस्था का प्रतीक केंद्र बना है जो हजारों भक्तजन वहां श्रद्धा और आस्था लेकर पहुंच रहे हैं भगवान परशुराम जी का दर्शन के लिए लालायत हैं सभी भक्तों की आस्था को और समझते हुए निर्माण कार्य का कार्य संपन्न हुआ है लेकिन अधिक भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारी और कंपनी द्वारा लिए गए टेंडरों के सहायकों द्वारा जो गुणवत्ता पहली बरसात में देखने को मिली है उससे ब्राह्मण समाज बहुत दुखी है आज भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है मानसून की पहली बरसात में कार्यों की धज्जियां उडवादी मानसून की पहली बरसात में रामपथ 844 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ और पहली बरसात में अयोध्या नगरी की 13 किलोमीटर सड़क में 8 फीट के गहरे गड्ढे कहीं जगह हो गए जो न्यूज चैनल के माध्यम से देखने को मिले और अयोध्या मंदिर के निर्माण में छत का चुना बहुत दुखदाई है आपके कर कमलो द्वारा अयोध्या मंदिर का नवनिर्माण हुआ अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा उत्तराखंड आपसे निवेदन करती है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सशक्त करवाई कर भ्रष्ट अधिकारियों के अधिकारियों को सजा दिलवाकर देश के भक्तो को संदेश देकर कार्रवाई करने में सहयोग प्रदान करें आपकी अति कृपा होगी ब्राह्मण महासभा राम मंदिर और रामपथ के कार्य करने वाले अधिकारियों से काफी नाराज है आप सभी अधिकारियों कर्मचारी कर्मचारी और लिए गए टेंडन वाली कंपनियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई अवश्य करें ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से मनमोहन शर्मा अध्यक्ष अखिल वर्षीय ब्राह्मण महासभा उत्तराखंड महासभा संरक्षक लालचंद शर्मा जी शशि कुमार शर्मा जी उपाध्यक्ष महेश कोठारी जी पूनम जी सुमित विलियम वरिष्ठ अधिवक्ता दिवेश उनियाल जी अधिवक्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे