ऋषिकेश: ऋषिकेश में AIIMS के निकट स्थित एक मेडिकल स्टोर को मरीजों की जान से खिलवाड़ करने के आरोप में उप जिलाधिकारी (SDM) योगेश मेहरा ने सील कर दिया। यह मेडिकल स्टोर लाइसेंस निरस्त होने के बावजूद दवाइयों की बिक्री करता पाया गया। प्रशासन की टीम ने कार्रवाई के दौरान संचालक की दबंगई भी कैमरे में कैद की।
स्थानीय लोगों की शिकायतों के आधार पर SDM योगेश मेहरा और तहसीलदार ने मेडिकल स्टोर की जांच की। शिकायत में बताया गया था कि मेडिकल स्टोर का लाइसेंस कई महीने पहले ही निरस्त हो चुका है, बावजूद इसके स्टोर संचालक शटर बंद करके दवाइयां बेचता है। कर्मचारियों द्वारा स्टोर के बाहर बैठकर ग्राहकों को दवाइयों के पर्चे दिए जाते थे। अंदर से कर्मचारी दवाइयां बाहर निकालकर ग्राहकों को चुपचाप उपलब्ध कराते थे।
जांच के दौरान तहसील के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और दवा स्टोर का निरीक्षण किया। टीम ने पाया कि स्टोर में भारी मात्रा में दवाइयों का स्टॉक रखा हुआ था। ड्रग विभाग से संपर्क करने पर यह जानकारी भी मिली कि स्टोर संचालक का लाइसेंस पहले भी कई बार सस्पेंड किया जा चुका था और अब पूरी तरह निरस्त हो गया है।
मेडिकल स्टोर के संचालक से पूछताछ की गई, लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उल्टा, प्रशासनिक टीम के साथ बहस करते हुए दबंगई भी दिखाई। इस स्थिति को देखते हुए SDM और तहसीलदार ने स्टोर को अग्रिम आदेशों तक के लिए सील कर दिया। साथ ही ड्रग विभाग को रिपोर्ट भेज कर उचित कार्रवाई के लिए कहा गया।
यह कोई पहली बार नहीं है जब इस मेडिकल स्टोर के खिलाफ कार्रवाई हुई है। इससे पहले भी लाइसेंस निरस्त होने के बावजूद संचालक ने नियमों की अवहेलना की थी। स्थानीय लोग लगातार शिकायत करते रहे कि स्टोर का संचालन गैरकानूनी रूप से जारी है और मरीजों की जान जोखिम में है।
SDM योगेश मेहरा ने कहा कि प्रशासन ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शने के लिए तैयार नहीं है और जनता की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर किसी भी मेडिकल स्टोर में गैरकानूनी गतिविधि हो तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।