उत्तराखंड में पहली बार 12 से 15 दिसंबर को आयोजित हो रहे विश्व आयुर्वेद कांग्रेस व आरोग्य एक्सपो में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के 4,500 प्रतिनिधि पंजीकरण कर चुके हैं। पंजीकरण की प्रक्रिया 15 नवंबर तक चलेगी। कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ सकते हैं।
मंगलवार को सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आयोजन की तैयारियों व व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। विश्व आयुर्वेद कांग्रेस का आयोजन उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक व स्वर्णिम अवसर हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम में राज्य की आयुर्वेद क्षेत्र में उपलब्धियों को प्रदर्शित करें। इसके अलावा आयुष हितधारकों, आयुर्वेदिक शैक्षणिक संस्थाओं, उद्योगों, राज्य व केंद्रीय स्तर के संगठनों, औषधीय पौध क्षेत्र, आयुष हेल्थ केयर से जुड़े लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
सम्मेलन के लिए शासन स्तर पर अपर सचिव एवं निदेशक आयुर्वेद डॉ. विजय कुमार जोगदंडे को नोडल अधिकारी नामित किया गया। लोक निर्माण विभाग को आयोजन स्थल एवं अन्य संबंधित मार्गों की मरम्मत करने के निर्देश दिए। संस्कृति विभाग को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और परिवहन विभाग को अतिथियों के आवागमन के लिए विशेष बसों की व्यवस्था एवं ट्रैफिक प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई। सम्मेलन में देशभर से आयुष व आयुर्वेद क्षेत्र जुड़े प्रतिनिधियों, संस्थाओं, संगठनों, एनजीओ के साथ ही यूरोप, अफ्रीका, अमेरिका, एशिया के विभिन्न देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। सम्मेलन की थीम डिजिटल हेल्थ रखा गया। बैठक में सचिव रविनाथ रमन, दीपेंद्र कुमार चौधरी, अपर सचिव विजय कुमार जोगदंडे समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।