उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव चारधाम यात्रा बड़े आयोजन हैं जिसमें काफी पुलिस फोर्स की जरूरत है। ऐसे में पुलिस विभाग ने अपनी तैयारियां पहले से ही करनी शुरू कर दी हैं। अभी चुनाव की तिथि स्पष्ट न होने के चलते पुलिस के लिए भी संशय की स्थिति बनी हुई है। दोनों आयोजन एक समय पर होंगे तो इसके लिए अतिरिक्त फोर्स की जरूरत पड़ सकती हैलोकसभा चुनाव की तिथि की घोषणा अभी भले ही न हुई हो, मगर उत्तराखंड पुलिस के लिए यह किसी चुनौती से कम नहीं होगा। दरअसल, मई के पहले पखवाड़े से चारधाम यात्रा आरंभ होनी है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों को यह चिंता सता रही कि अगर प्रदेश में मतदान भी उसी समय हुआ तो दोहरी चुनौती से जूझना होगा। किसी भी स्थिति में कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए पुलिस विभाग ने सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को चुनाव व चारधाम यात्रा को लेकर अलग-अलग प्लान बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं।प्रदेश में लोकसभा चुनाव, चारधाम यात्रा बड़े आयोजन हैं, जिसमें काफी पुलिस फोर्स की जरूरत है। ऐसे में पुलिस विभाग ने अपनी तैयारियां पहले से ही करनी शुरू कर दी हैं। दोनों आयोजन के एक समय होने पर अतिरिक्त फोर्स की पड़ेगी जरूरतउत्तराखंड में अभी चुनाव की तिथि स्पष्ट न होने के चलते पुलिस के लिए भी संशय की स्थिति बनी हुई है। दोनों आयोजन एक समय पर होंगे तो इसके लिए अतिरिक्त फोर्स की जरूरत पड़ सकती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए विभाग की ओर से सभी जिला प्रभारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। पुलिस मुख्यालय के मुख्य प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि विभाग की ओर से चुनाव व चारधाम यात्रा को लेकर तैयारी पूर्ण की जा रही हैं। चुनाव के मद्देनजर पुलिस विभाग की ओर से चुनाव आयोग से 115 कंपनी अर्धसैनिक बल की मांग की गई है।इसके अलावा 7,000 होमगार्ड जवानों की डिमांड भी भेजी गई है। उन्होंने बताया कि चुनाव में अर्धसैनिक बल के अलावा उत्तराखंड पुलिस, होमगार्ड, पीआरडी जवान और फारेस्ट गार्ड की तैनाती की जाएगी।