देहरादून : आम जनता को महंगाई का एक और झटका मिला है, क्योंकि आंचल डेरी ने दूध के दाम बढ़ा दिए हैं। इस वृद्धि के बाद, दूध की कीमतों में होने वाले इजाफे से ग्राहकों की जेब पर बोझ पड़ने की संभावना बढ़ गई है।
इस फैसले के पीछे लागत में वृद्धि और अन्य आर्थिक कारणों का हवाला दिया जा रहा है। उपभोक्ताओं को अब रोजमर्रा की जरूरत के इस महत्वपूर्ण उत्पाद के लिए अधिक राशि खर्च करनी पड़ेगी। स्थानीय निवासियों का कहना है कि दूध की कीमतों में इस ऊँचाई से पहले ही महंगाई ने उनकी जीवनशैली को प्रभावित किया था, और अब यह वृद्धि उनके आर्थिक बोझ को और बढ़ा देगी। आम जनता ने सरकार से मांग की है कि वह इस मुद्दे पर कार्रवाई करें और मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए उचित कदम उठाएं।
नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ ने दूध और डेयरी उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी का निर्णय लिया है, जो 4 मई से प्रभावी होगा। हाल ही में एक अन्य कंपनी द्वारा दाम बढ़ाए जाने के बाद, संघ ने भी यही कदम उठाने का फैसला किया है। नई कीमतों के अनुसार, स्टैंडर्ड दूध की एक लीटर की कीमत 58 रुपये से बढ़कर 60 रुपये हो जाएगी। वहीं, फुल क्रीम दूध की कीमत 66 रुपये से बढ़कर 68 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी।
गाय के दूध की कीमत में भी वृद्धि हुई है; पहले यह 56 रुपये प्रति लीटर था, जो अब 58 रुपये प्रति लीटर हो गया है। इसके अलावा, देसी घी की एक किलो की कीमत 610 रुपये से बढ़कर 630 रुपये हो गई है, जबकि 500 ग्राम मक्खन का पैकेट 270 रुपये से बढ़कर 285 रुपये का हो गया है। क्रीम की एक किलो की कीमत 500 रुपये से बढ़कर 530 रुपये हो गई है। खोवा की कीमत भी 400 रुपये से बढ़कर 410 रुपये प्रति किलो हो गई है।