श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने की अभियान की घोषणा, सभी रामभक्तों से सहयोग का आवाह्न
अयोध्या(Ayodhya) में श्री राम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के लिए अब देश भर के राम भक्तों का सहयोग लिया जाएगा. इसके लिए विश्व हिंदु परिषद(Vishwa Hindu Parishad) के कार्यकर्ता संतों और बाकी समाजसेवकों के साथ घर-घर जाएंगे. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निधि समर्पण अभियान की घोषणा करते हुए विश्व हिंदु परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि आने वाली मकर संक्रांति यानि 15 जनवरी से 5 फरवरी तक अभियान चलाया जाएगा. उत्तराखंड में इस अभियान के तहत वीएचपी के कार्यकर्ता करीब 14हजार 526 गांव, 73 नगरों के चौबीस लाख लोगों से संपर्क करेंगे. अभियान में रामत्व का प्रचार किया जाएगा.
वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने इसके लिए एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि देश की हर जाति, मत, पंथ, संप्रदाय क्षेत्र, भाषा के लोगों के सहयोग के साथ राम मंदिर वास्तव में एक राष्ट्र मंदिर के रूप में निर्माण लेगा. रामभक्तों के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि प्रत्येक रामभक्त को इस नेक काम को करने कि लिए बढ़चढ़कर आगे आने का आवाह्न किया.

- प्रेस वक्तव्य ‘ बलिदानियों के बाद अब समय – दानियों व धन – दानियों की बारी : विजय शंकर तिवारी
- 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलेगा श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान देहरादून
उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें सिर्फ निधि – दानी ही नहीं अपितु , समय – दानी भी चाहिए. आज एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की जन्मभूमि को पुनः प्राप्त कर देश के सम्मान की रक्षा के लिए हिन्दू समाज ने पाँच सदियों तक संघर्ष किया. आखिर में समाज की भावनाओं तथा मंदिर से जुड़ी इतिहास की सच्चाइयों को सर्वोच्च अदालत ने स्वीकार कर भारत सरकार को एक न्यास बनाने का निर्देश दिया है. सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से न्यास की घोषणा की है. प्रधानमंत्री महोदय ने 5 अगस्त को अयोध्या में पूजन करके मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया को गति प्रदान की. तिवारी ने बताया कि मंदिर के निर्माण की तैयारी चल रही है.
मंदिर की नींव की मजबूती के लिए नामी संस्थानों के इंजीनियर काम पर
मुंबई , दिल्ली , चेन्नई तथा गुवाहाटी के आईआईटी . सीबीआरआई रुड़की , लार्सन एंड टूब्रो तथा टाटा के विशेषज्ञ इंजीनियर मंदिर की मजबूत नींव की ड्राइंग पर परामर्श कर रहे हैं . बहुत जल्द ही नींव का प्रारूप सामने आने की उम्मीद की जा रही है. जानकारी के अनुसार पूरा मंदिर मंदिर पत्थरों का है जिसमें प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट , लम्बाई 360 फीट तथा चौड़ाई 235 फीट है. विजय शंकर तिवारी ने कहा कि देश की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत कराने की योजना बनी है. देश की कम से कम आधी जनसंख्या को घर – घर जाकर श्रीराम जन्मभूमि की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाएगा. कश्मीर से कन्याकुमारी तथा अटक से कटक तक देश का कोई कोना नहीं छोड़ेंगे. उत्तराखण्ड के प्रत्येक नगर, गाँव व बस्ती के हर हिन्दू परिवार तक ‘ श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण निधि समर्पण समिति उत्तराखण्ड के कार्यकर्ता पहुँच कर राम मंदिर का साहित्य देंगे तथा उनका सहयोग लेंगे. लोगों की प्रबल इच्छा है कि भगवान की जन्मभूमि पर मंदिर शीघ्र बने. उन्होंने कहा कि इस जन – संपर्क अभियान में हजारों कार्यकर्ता जुटेंगे तथा समाज स्वेच्छा से सहयोग करेगा क्योंकि काम भगवान का है व मन्दिर भी राम का है. भगवान के कार्य में धन अड़चन नहीं बनेगा.