मानसून के विदा होने के साथ दिल्ली में यमुना ने सफेदी की चादर ओढ़ ली है। दूर-दूर तक झाग की मोटी चादर फैली हुई है। आलम यह है कि ओखला बैराज के बाद नदी का पानी दिखना मुश्किल हो गया है। यमुना नदी में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से नदी में जहरीला झाग तैरता हुआ दिखाई दिया। वहीं, बीते सालों की तरह यमुना के झाग ने दिल्ली की सियासी तपिश भी बढ़ाई है। दिल्ली सरकार व भाजपा ने एक-दूसरे को कठघरे में खड़ा किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘यमुना नदी का पानी जहरीला हो गया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वे 2025 तक यमुना नदी को साफ कर देंगे। जब लोग यमुना नदी में छठ पूजा का त्योहार मनाएंगे, तो आप कल्पना कर सकते हैं कि उन्हें किन बीमारियों का सामना करना पड़ेगा? आप के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने यमुना नदी की सफाई के लिए आए सारे पैसे विज्ञापनों पर खर्च कर दिए। वे इस हालत के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा को दोषी ठहराएंगे। जहरीली राजनीति ही दिल्ली में जहरीली हवा और पानी का कारण है।’
दिल्ली में वायु गुणवत्ता के बिगड़ने पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, ‘आप की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब बनी हुई है। आप सरकार की मंशा दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की है। दिल्ली की जनता आप सरकार को इसका करारा जवाब देगी।’