उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम में घोड़े और खच्चरों में फैले एक अज्ञात वायरस के कारण परेशानी उत्पन्न हो रही है। हाल ही में 14 घोड़ा-खच्चरों की मौत हो चुकी है। 4 अप्रैल 2025 से एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस की शिकायत मिलने के बाद इन जानवरों की जांच शुरू की गई थी।
पशुपालन सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने हालांकि मौतों का कारण एक्वाइन इन्फ्लूएंजा वायरस मानने से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि केंद्र से एक विशेष टीम जांच के लिए आ रही है, जो स्थिति का सही आकलन करेगी।
16,000 घोड़े-खच्चरों की स्क्रीनिंग
रुद्रप्रयाग जिले में अप्रैल की शुरुआत से घोड़े-खच्चरों में संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद, पशुपालन विभाग ने 4 अप्रैल से 30 अप्रैल तक 16,000 घोड़ों और खच्चरों की स्क्रीनिंग की है। 152 सैंपलिंग में कुछ सकारात्मक परिणाम मिले, लेकिन आरटीपीसीआर परीक्षण में ये निगेटिव आए।
24 घंटे का प्रतिबंध
इन परिस्थितियों को देखते हुए केदारनाथ यात्रा में घोड़ों और खच्चरों के संचालन पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगाया गया है। डॉ. पुरुषोत्तम ने कहा कि वे युद्धस्तर पर सुरक्षा उपाय कर रहे हैं और संक्रमण से प्रभावित जानवरों को क्वारंटाइन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले भी 2010 में ऐसी स्थितियों में यात्रा को रोका गया था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।