श्री कैंची धाम तहसील क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न गांवों में छह बाहरी व्यक्तियों को 210 नाली भूमि पर शर्तों के उल्लंघन और ली गई अनुमति के अनुरूप काम करना भारी पड़ गया है।
श्री कैंची धाम तहसील क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न गांवों में छह बाहरी व्यक्तियों को खरीदी गई 210 नाली भूमि पर भू-कानून और ली गई अनुमति के अनुरूप काम नहीं करना भारी पड़ गया है। एसडीएम वीसी पंत की ओर से गठित टीम की जांच के बाद उक्त लोगों की ओर से खरीदी गई उक्त भूमि को राज्य सरकार में निहित करने की संस्तुति की गई है।
एसडीएम ने बताया कि तहसील क्षेत्र के चौरसा में पीयूष सिंघानिया की 50 नाली और कूल में महस्पति पवार की 100 नाली जमीन के अलावा छिमी में एक और प्यूड़ा में तीन लोगों की 60 नाली भूमि का मामला खतौनी में ब्योरा नहीं होने के चलते राज्य सरकार में निहित के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है। बता दें कि पूर्व में सिल्टोना में यूपी के प्रतापगढ़ के विधायक राजा भैया की पत्नी भावनी सिंह की 27.5 नाली भूमि सरकार को निहित कर दी गई थी। एसडीएम की कार्रवाई के बाद से बाहरी लोगों में खलबली मची हुई है।
ग्रेटर भीमताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन की बैठक सोमवार को एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद गुणवंत के नेतृत्व में तल्लीताल के एक होटल में हुई। इसमें जिला प्रशासन और पर्यटन अधिकारी से मांग की गई कि भीमताल और आसपास के क्षेत्रों में अवैध रूप से चलाए जा रहे होम स्टे पर सख्ती से अंकुश लगाया जाए। होटल संचालकों ने कहा कि कुछ लोग बाहर से आकर यहां बगैर पंजीकरण के होम स्टे चला रहे हैं। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान होने के साथ पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही भीमताल, नौकुचियाताल और आसपास के क्षेत्रों में हर रोज लगने वाले जाम पर चिंता जताई गई। होटल संचालकों ने भीमताल झील के किनारे अवैध रूप से बनाए जा रहे बोट स्टैंडों पर भी नाराजगी जाहिर की। तय किया गया कि उक्त मुद्दों को लेकर जल्द ही कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत और डीएम वंदना सिंह से मुलाकात की जाएगी। वहां कोषाध्यक्ष महेंद्र वर्मा, आरके जोशी, कुंदन सिंह बिष्ट, नितेश बिष्ट, दिनेश सांगुड़ी, ऋषि सिन्हा, उदय सिन्हा, रणवीर सिंह, कुंदन बिष्ट आदि थे।