देहरादून: चारधाम यात्रा के दौरान व्यावसायिक वाहनों में ट्रिप कार्ड को लेकर नया विवाद उभरा है। प्रारंभिक चरण में ही चार दर्जन से अधिक ऐसे वाहन पकड़े गए हैं, जिनमें ट्रिप कार्ड पर लिखी तिथि यात्रा की तिथि से बाद की है। इन वाहनों को परिवहन विभाग की चेकपोस्टों से वापस भेजा जा रहा है।
आरटीओ (प्रवर्तन) डॉ. अनीता चमोला ने बताया कि यदि ट्रिप कार्ड की तिथि में बदलाव करना है, तो यह ऑनलाइन किया जा सकता है। इसके लिए पहले बने ट्रिप कार्ड को कैंसिल करना होगा और नया आवेदन देना होगा। चारधाम यात्रा के लिए सभी व्यावसायिक वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनवाना अनिवार्य है।
आरटीओ डॉ. अनीता चमोला ने कहा कि ट्रिप कार्ड के लिए आवेदक यात्रा से दो दिन पहले तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। किसी कारणवश यात्रा नहीं करनी हो, तो ट्रिप कार्ड को यात्रा से पहले कैंसिल कराया जा सकता है। ट्रिप कार्ड पर दर्ज तिथि से पहले यात्रा पर निकलना अपराध है। अब तक 2559 वाहनों को ट्रिप कार्ड जारी किए जा चुके हैं, जिनमें से 495 वाहन अन्य राज्यों के हैं।
चारधाम यात्रा को लेकर नोडल अधिकारी आरटीओ (प्रशासन) संदीप सैनी और आरटीओ (प्रवर्तन) डॉ. अनीता चमोला ने वर्चुअल बैठक की, जिसमें यात्रा मार्गों और चेकपोस्टों के अधिकारियों को ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड की जांच के निर्देश दिए गए। उत्तराखंड में व्यवसायिक यात्री वाहनों के लिए यात्रा काल के दौरान ग्रीन कार्ड जारी किया जा रहा है, जबकि अन्य राज्य के वाहनों के लिए 15 दिन का ग्रीन कार्ड बनाया जा रहा है।
परिवहन विभाग ने यात्रियों की सुविधा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में हेल्प डेस्क भी बनाई है, जो 24 घंटे काम कर रही है। चारधाम यात्रा मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए सात इंटरसेप्टर और दो टास्क फोर्स भी तैनात की गई हैं।