देहरादून: मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की ठंडी हवाएं उत्तराखंड तक नहीं पहुंच पाई हैं. इसी कारण 2025 लगने के बाद से अब तक उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी न के बराबर हुई है. बारिश न होने से आने वाले समय में जल संकट पैदा होने की संभावना है. मौसम विशेषज्ञ मौसम के ऐसे बदलते स्वरूप को देखकर आने वाले समय के लिए चिंतित हैं.
उत्तराखंड में फिर से मौसम शुष्क बना हो गया है, हालांकि सुबह और शाम के समय सर्द हवाओं के चलते कड़ाके की ठंड महसूस हो रही है। लेकिन दोपहर के समय में प्रदेश में इन दिनों चटख धूप खिलने के कारण तापमान में सामान्य से अधिक बढोतरी हो रही है. बीते कई सालों से मौसम के बदलते पैटर्न का सीधा प्रभाव तापमान पर देखा पड़ रहा है. यही वजह है कि फरवरी के महीने में भी तापमान अप्रैल जैसा हो गया है. बीते दिनों में पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश होने के कारण ठंड में थोड़ा सा इजाफा हुआ. लेकिन प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में दोपहर के समय गर्मी का अहसास होने लगा है. वहीं राज्य के कुछ मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा लोगों की परेशानियां बढ़ा रहा है.
मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक डॉ बिक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि आज 7 फरवरी को भी उत्तराखंड के तमाम जिलों का मौसम शुष्क ही रहने वाला है. जबकि राज्य के मैदानी क्षेत्रों विशेषकर हरिद्वार और उधम सिंह नगर में जिलों में घना कोहरा छाया रह सकता है. लेकिन आगामी शनिवार से एक बार फिर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने का अनुमान है। मौसम बदलने से कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। आगामी कुछ दिनों में राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश और बर्फ़बारी की संभावना भी है. आज राजधानी देहरादून में मौसम साफ रहने का अनुमान है, वहीं सुबह के समय हल्का कुहासा देखा जा सकता है. आज देहरादून का अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
गुरुवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6.7 सेल्सियस दर्ज किया गया. नई टिहरी का अधिकतम तापमान 15.9 डिग्री और न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 16.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस रहा. पंतनगर का अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस रहा.