जिरिबाम: मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. नया मामला जिरिबाम इ लाके से सामने आया है. जानकारी के मुताबिक सोमवार को बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन और उसके पास स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हथियारबंद कुकी उग्रवादियों ने हमला बोल दिया. इस दौरान उन्होंने कई दुकानों और घरों में आग भी लगा दी. वहीं, जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ ने दस कुकी उग्रवादियों को मौत के घाट उतार दिया. इस जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ कांस्टेबल संजीव कुमार को गोली लग गई. जिसका इलाज जारी है.
इस हिंसा के बाद कुकी-जो काउंसिल ने आज मंगलवार को सुबह 5 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक पूर्ण बंद का ऐलान किया है. काउंसिल ने न्याय और जांच की मांग की है. वहीं, हालात को देखते हुए जिरीबाम में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगाने के आदेश दिए गए हैं.
पुलिस के मुताबिक करीब 40-45 मिनट तक चली भारी गोलीबारी के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका. गोलीबारी बंद होने के बाद इलाके की तलाशी ली गई और हथियारबंद उग्रवादियों के 10 (दस) शव बरामद किए गए, साथ ही हथियार और गोला-बारूद (3 एकेएस, 4 एसएलआरएस, 2 इंसास, 01 आरपीजी, 01 पंप एक्शन गन, बीपी हेलमेट और मैगजीन) जब्त किए गए. इस मामले में आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है. सूत्रों से पता चला है कि 11 कुकी उग्रवादियों के मारे जाने की खबर है.
मणिपुर पुलिस ने कहा कि जिरीबाम जिले के बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत जकुराधोर और उसके आसपास सशस्त्र उग्रवादियों के सफाए के लिए अभियान जारी है. पिछले वर्ष 3 मई को अखिल आदिवासी छात्र संघ (एटीएसयू) द्वारा मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में आयोजित एक रैली के दौरान झड़प के बाद पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा भड़क उठी थी. हिंसा के बाद आज मंगलवार को बंद का आह्वान किया गया है.