लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के बीच दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कुलतली इलाके में एक दुस्साहसिक घटना सामने आई है। आरोप है कि यहां एक पोलिंग बूथ पर सुबह मतदान शुरू होने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समर्थित बदमाशों ने स्थानीय लोगों को मतदान करने से रोका। स्थानीय लोगों ने ईवीएम और वीवीपैट मशीन को ही तालाब में फेंक दिया। आरोप है कि यहां एक पोलिंग बूथ पर सुबह मतदान शुरू होने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समर्थित बदमाशों ने स्थानीय लोगों को मतदान करने से रोका। इसके विरोध स्वरूप स्थानीय लोगों ने मतदान शुरू के 20 मिनट के भीतर ही ईवीएम और वीवीपैट मशीन को ही तालाब में फेंक दिया। सूचना पाकर स्थिति को संभालने के लिए जब पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने उनकी गाड़ियों के आगे पेड़ों की शाखाएं फेंककर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
बंगाल में शनिवार को लोकसभा चुनाव के सातवें व आखिरी चरण के मतदान में फिर जगह-जगह से छिटपुट हिंसा की खबरें सामने आ रही है। इसी क्रम में दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कुलतली इलाके में एक दुस्साहसिक घटना सामने आई है।
इस घटना से इलाके में तनाव का माहौल है। यह घटना कुलतली के मेरीगंज के बूथ नंबर 40 और 41 की बताई जा रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि तृणमूल समर्थित बदमाशों ने उन्हें मतदान करने से रोका। तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को खारिज किया है।
घटना की सूचना मिलते ही जयनगर से भाजपा प्रत्याशी अशोक कंडारी भी मौके पर पहुंचे। आयोग के प्रतिनिधि भी पहुंचे हैं। उन्होंने जांच शुरू कर दी है। आयोग इस बात की जांच कर रहा है कि इस घटना को किसने अंजाम दिया। घटना के बाद वैकल्पिक ईवीएम से उक्त बूथ पर दोबारा वोटिंग शुरू हो गई है। तालाब में ईवीएम फेंकने की घटना पंचायत चुनाव में हिंसा की याद दिला रही है। गौरतलब है कि पिछले साल राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान कुछ जगहों पर बदमाशों ने मतपेटी को पानी में फेंक दिया था।