* लोगों को किस क्षेत्र में दिया रोजगार
* प्रति व्यक्ति आय का दावा भी दूर
विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि 10-12 दिन पहले सरकार ने दावा किया था कि विगत 2 वर्षों में 9.31 लाख लोगों को रोजगार दिया गया है.
नेगी ने कहा कि सरकार बताए कि किस क्षेत्र में किन लोगों को रोजगार दिया गया। सरकार ने घंटाघर वाले दिहाड़ी मजदूर भी इसमें जोड़ दिए गए हैं. बताया कि एक और प्रदेश में लगातार मंदी के चलते फैक्ट्रियां बंद हो रही है तथा कई बंद होने के कगार पर हैं, ऐसे में यह दावा बिल्कुल झूठ का पुलिंदा है. इन औद्योगिक इकाइयों में युवाओं को अधिकांश ठेका प्रथा के माध्यम से ही रोजगार मिलता है वो भी महीने में 10-12 दिन।
सरकार को बंद हो रही फैक्टरीज तथा बंद होने के कगार पर खड़ी फैक्टरीज की मॉनीटरिंग भी करानी चाहिए.
सरकार ने प्रति व्यक्ति आय में भी इजाफ़े की बात कही गई है वर्ष 2024- 25 में ये आय बढ़कर 2.75 लाख प्रति व्यक्ति हो गई है. ऐसे समय में जब कृषि/ औद्योगिक विकास/ रोजगार पशु -मत्स्य पालन आदि क्षेत्रों में लगातार गिरावट जारी है. तो फिर प्रति व्यक्ति आय कैसे बढ़ गई। आंकड़ों की बात करें तो आज शिक्षित व उच्च शिक्षित युवा बेरोजगार 7- 8 हजार की नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है, ऐसे में सरकार द्वारा कौन सा रोजगार दिया गया।
समाचार पत्र भी बगैर पुष्ट दस्तावेजों के सरकार के इसारे पर कुछ भी छाप देते हैं, जबकि सही तथ्य दिखाने में समाचार पत्रों को नागवार गुजरती है |