देहरादून: श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (एस.जी.आर.आर. यू.)में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक और जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया गया। छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर भागेदारी की। विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं प्रेषित की।
शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. डाॅ कुमुद सकलानी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस न केवल महिलाओं की उपलब्धियों को पहचानने का अवसर है, बल्कि यह समानता और सशक्तिकरण की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों को भी प्रोत्साहित करता है। महिलाओं का सशक्तीकरण समाज की प्रगति की आधारशिला है। एसजीआरआर विश्वविद्यालय ने मातृशक्ति के सम्मान एवम् महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य हेतु मासिक धर्म सवैतनिक अवकाश नीति को लागू किया है। एसजीआरआर विश्वविद्यालय हमेशा से शिक्षा और शोध के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कार्यरत रहा है।
कुलसचिव प्रो. लोकेश गंभीर ने एसजीआरआर विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज का दिन महिलाओं के संघर्ष, उपलब्धियों और समाज में उनके योगदान को सराहने का दिन है। हमें मिलकर एक ऐसा वातावरण बनाना होगा, जहाँ महिलाएँ स्वतंत्र रूप से हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें। एसजीआरआर विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है, और इसमें महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। शिक्षा, शोध, प्रशासन और नवाचार के हर क्षेत्र में महिलाओं का योगदान सराहनीय है। विश्वविद्यालय महिलाओं को समान अवसर और सशक्तिकरण का मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सोनिका रावत संस्थापक हिमालयन एन्वायरमेंट एण्ड लाइफ फाउंडेशन ने कहा कि हमें पर्यटन को आजीविका से जोड़ना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह स्मरण कराता है कि महिलाओं को समान अवसर, अधिकार और सम्मान देना न केवल उनका हक है, बल्कि एक समृद्ध समाज के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम भी है। हमें मिलकर एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना है, जहाँ महिलाएँ हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें।