प्रशासन ने रात में ही लोगों को दी सुरक्षित जगह की सुविधा
उत्तरकाशी। जिला मुख्यालय में भारी बारिश के कारण देर रात वरुणावत पर्वत से अचानक मालबा और पूरे क्षेत्र में पत्थर गिरने की घटना हुई। प्रशासन ने रात में ही वरुणावत की तलहटी पर गौफियारा जल संस्थान के आसपास के इलाकों को खाली करवाकर लोगों को आश्रमों में स्थानांतरित कर दिया। तालाब में कई गाड़ियाँ दब गईं।
डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने देर रात ही आपदा प्रबंधन तंत्र के सभी अधिकारियों को नियंत्रण कक्ष में बुला लिया। यूक्रेनी भी स्वयं अत्याधुनिक मैकेनिकल केंद्र तक पहुंच गया। गए। एंटरप्राइज़-अनलॉक में गोफ़ियारा क्षेत्र में एसोसिएटेड एसोसिएशन और प्रशासन की टीमें पहुंचीं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। स्टीफन ने सरकारी अधिकारियों के साथ की स्थिति की समीक्षा कर किसी भी स्थिति से मूल्यांकन की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।
पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने देर रात मौक पर पंहुचकर लोगों से सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की और स्थानीय लोगों को आश्रम/धर्मशालाओं में रहने की व्यवस्था दी गई। उत्तरकाशी से तेखला की ओर से प्लास्टिक को जीरो जोन कर दिया गया है, मनेरा कोटा की ओर से इलेक्ट्रिक को डायवर्ट कर दिया गया है। पुलिस रसायन शास्त्र पेट्रोलिंग कर रही हैं।
अभी तक कहीं से भी किसी प्रकार की जनहानी की जानकारी नहीं है। आज सुबह नगर क्षेत्र में गुफियारा नदी के समीप और अन्य स्थानों पर बने तालाबों पर जाम मलबा निकाला जा रहा है।