पिथौरागढ़: थल कस्बे की ग्राम प्रशासक दीपा वर्मा ने राजकीय कन्या इंटर कॉलेज थल में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को पत्र लिखकर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने यह पत्र जिलाधिकारी, मुख्य शिक्षाधिकारी और खंड शिक्षाधिकारी को भी भेजा है।
पत्र में दीपा वर्मा ने बताया कि 1989 में थल क्षेत्र में बालिका जूनियर हाईस्कूल की स्थापना हुई थी, जिसे 2005 में उच्चीकरण कर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बनाया गया। वर्तमान में यहां 260 से अधिक छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, लेकिन शिक्षकों की कमी के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
उन्होंने कहा, “सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, लेकिन यदि स्कूल में शिक्षक ही नहीं होंगे तो बेटियां कैसे पढ़ाई करेंगी?” दीपा वर्मा ने उल्लेख किया कि पहाड़ों में पलायन के कई कारणों में से शिक्षा एक अहम कारण है। उन्होंने बताया कि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज थल में पिछले 12 वर्षों से अनेक विषयों के प्रवक्ता पद रिक्त हैं और तीन वर्षों से हिंदी और सामाजिक विज्ञान के लिए एलटी शिक्षिकाओं की नियुक्ति नहीं की गई है।
इसके अलावा, चार वर्षों से प्रधानाचार्य का पद भी खाली है और विद्यालय का कार्य संभालने के लिए प्रभारी प्रधानाचार्य पर निर्भर रहना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही रिक्त पदों को नहीं भरा गया, तो वह महिलाओं के साथ मिलकर उग्र आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगी।