उत्तराखंड: राज्य में शराब की दुकानों का विरोध बढ़ता जा रहा है। अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी के बाद अब जौलीग्रांट पुलिस चौकी के पास अठूरवाला में नई शराब की दुकान खुलने से स्थानीय नगरवासियों और मातृ शक्ति में रोष देखा जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार रोजगार नहीं दे रही, लेकिन गांव-गांव में शराब की दुकानें खोल रही है।
बुधवार को डोईवाला अठूरवाला समिति के सदस्य अपनी समस्याओं के समाधान हेतु देहरादून जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। वहां, उन्होंने जिलाधिकारी से मुलाकात के बाद ईटीवी को बताया कि जौलीग्रांट पुलिस चौकी के निकट शराब की दुकान खुलने की योजना है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को बार-बार मदिरा की दुकानें खोलने की अनुमति दी जा रही है, जबकि यह क्षेत्र हवाई अड्डे के पास और अत्यंत संवेदनशील है। यहाँ NTRO (राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन) भी मौजूद है, और स्थानीय कुल देवता का मंदिर भी में है। सभी गांववासी इस दुकान के खुलने का विरोध कर रहे हैं।
4 साल पहले भी हुई थी इसी स्थान पर दुकान खोलने की कोशिश: करतार सिंह नेगी ने बताया कि 2021 में भी इसी जगह पर शराब की दुकान खोलने का प्रयास किया गया था, जिसे ग्रामवासियों ने विरोध कर रोक दिया था।
संघर्ष समिति के सदस्यों के अनुसार, जिस दुकान का निर्माण शराब के लिए हुआ है, वह अवैध है। MDDA पहले ही इस पर नोटिस चिपका चुका है, और दुकान को सील करने के आदेश हैं। इसके बावजूद यह दुकान कैसे संचालित हो रही है, यह बड़ा सवाल है। स्थानीय लोग अब इस शराब की दुकान के खिलाफ धरना दे रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी संबंधित विभाग ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया है।