ग्रामवासियों ने जांच और बरसात से पहले दोबारा निर्माण की मांग उठाई.
थराली (चमोली): बीते मंगलवार को रतगांव की लगभग चार हजार आबादी को जोड़ने वाले ढाढ़रबगड़ के घटगाड़ गदेरे पर निर्माणाधीन बैली ब्रिज अचानक टूटकर गदेरे में जा गिरा। यह पुल लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) द्वारा बनवाया जा रहा था, जिसकी लंबाई लगभग 60 मीटर थी और अनुमानित लागत ₹2.80 करोड़ रुपये थी।
पुल के गिरने के पीछे विभागीय लापरवाही सामने आई है। जानकारी के अनुसार, ठेकेदार के श्रमिकों ने ब्रिज के बर्थ (रस्से) और सपोर्ट को अलग-अलग हटाने के बजाय एक साथ हटा दिया, जिससे पुल भार सहन नहीं कर सका और ढह गया। गनीमत रही कि हादसे के समय कोई जनहानि नहीं हुई।
घटना के बाद लोक निर्माण विभाग ने कार्रवाई करते हुए ठेकेदार के खिलाफ थाना थराली में मुकदमा दर्ज करवाया है। थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है।
ग्राम प्रधान महिपाल फरस्वाण सहित कई स्थानीय नागरिकों—पृथ्वी सिंह, सुजान सिंह, बलवंत सिंह और प्रदीप फरस्वाण—ने निर्माण कार्य में घोर लापरवाही बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही, उन्होंने बरसात से पहले पुनः पुल निर्माण शुरू करने की मांग भी की है, ताकि गांव का संपर्क मार्ग जल्द से जल्द बहाल हो सके।