डोबरा-चांठी ब्रिज से लेकर हल्द्वानी तक गूंजी एकता की गूंज, सरदार पटेल की जयंती पर दौड़ी उत्तराखंड
नई टिहरी/हल्द्वानी: ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर शुक्रवार को पूरे उत्तराखंड में राष्ट्रीय एकता दिवस बड़े ही उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। टिहरी झील के ऊपर बने राज्य के सबसे ऊंचे और लंबे सस्पेंशन डोबरा-चांठी ब्रिज पर स्कूली बच्चों ने “एकता दौड़” लगाकर सरदार पटेल को नमन किया।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने ब्रिज पर रैली निकाली और देश की एकता, अखंडता व भाईचारे का संदेश दिया। शिक्षकों ने छात्रों को सरदार पटेल के जीवन से जुड़े प्रेरणादायक प्रसंग सुनाए और बताया कि किस तरह उन्होंने देश की 562 रियासतों को जोड़कर भारत को एक सूत्र में पिरोया।
वहीं, हल्द्वानी में पुलिस विभाग द्वारा ‘रन फॉर यूनिटी’ का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, पुलिस कर्मी, प्रशासनिक अधिकारी और आमजन उत्साहपूर्वक शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मंजुनाथ टी.सी. और एडीएम विवेक राय ने हरी झंडी दिखाकर किया। आयोजन का उद्देश्य सरदार पटेल के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना और राष्ट्रीय एकता की भावना को सशक्त बनाना रहा।
इधर, देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूनिटी वॉकथॉन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को स्वदेशी उत्पादों के उपयोग और नशा मुक्त भारत अभियान से जुड़ने का संकल्प दिलाया।
गुजरात में भारत पर्व का आगाज
सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर गुजरात के एकता नगर में राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। यहां 1 से 15 नवंबर तक चलने वाले “भारत पर्व 2025” में देश की सांस्कृतिक विविधता और एकता की भावना को प्रदर्शित करने के लिए कई सांस्कृतिक व देशभक्ति कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इस बार खास बात यह है कि भारत पर्व पहली बार दिल्ली से बाहर, गुजरात के एकता नगर में आयोजित किया जा रहा है।
सरदार पटेल, भारत की एकता के शिल्पकार
देश की आज़ादी के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल ने अनेकों रियासतों को भारत में मिलाकर एक अखंड राष्ट्र के निर्माण में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। उनके दृढ़ संकल्प और अदम्य साहस के कारण ही उन्हें “लौह पुरुष” के रूप में जाना जाता है।
