रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल चोपता से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक होमस्टे में ठहरे विदेशी पर्यटकों के साथ कथित रूप से मारपीट और लूटपाट का मामला दर्ज किया गया है। पर्यटकों ने आरोप लगाया कि होमस्टे मालिक और उसके स्टाफ ने न सिर्फ उनके साथ मारपीट की, बल्कि करीब 8 लाख रुपये की नकदी और कीमती सामान भी चुरा लिए। यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है, बल्कि राज्य के पर्यटन की साख पर भी सवाल खड़े कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, विदेशी पर्यटक पिछले चार दिनों से चोपता के बंकर हाउस होमस्टे में ठहरे हुए थे। जब वे चेक-आउट करने लगे, तो उनका विवाद होमस्टे मालिक से हो गया। पर्यटकों का आरोप है कि विवाद के दौरान मालिक और उसके सहयोगियों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। किसी तरह अपनी जान बचाकर वे पास की मंडल चौकी पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी।
पर्यटकों ने होमस्टे संचालक पर लूट और जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पुलिस से न्याय की मांग करते हुए कहा कि इस घटना से उनकी सुरक्षा को लेकर गहरा भरोसा टूटा है। मामला विदेशी नागरिकों से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है।

इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए थाना अध्यक्ष उखीमठ मुकेश चौहान ने कहा कि शुरुआती जांच में यह मामला गाइड और होमस्टे संचालक के बीच के विवाद से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर पूछताछ शुरू कर दी है। चौहान ने बताया कि स्थिति को शांत करने और मामले का निष्पक्ष समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है।
घटना के बाद से पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं प्रदेश की पर्यटन छवि को गहरा नुकसान पहुंचा सकती हैं, खासकर ऐसे समय में जब उत्तराखंड को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर आगे बढ़ाने की कोशिशें चल रही हैं।
चोपता, जिसे “छोटा स्विट्ज़रलैंड” कहा जाता है, हिमालय की तलहटी में बसा एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यहां हर साल देश-विदेश से हजारों पर्यटक बर्फबारी और ट्रैकिंग का आनंद लेने आते हैं। लेकिन ऐसी घटनाएं इस शांत और आकर्षक स्थल की प्रतिष्ठा को धूमिल कर सकती हैं। फिलहाल, पुलिस जांच जारी है और सभी तथ्यों की गहराई से पड़ताल की जा रही है।
