देहरादून के एक नामी स्कूल के छात्रों पर गुवाहाटी के छात्र के साथ रैगिंग और यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस पड़ताल में जुट गई है.छात्र के पिता ने गुवाहाटी में जीरो एफआईआर दर्ज कराई है. जिसके बाद गुवाहाटी पुलिस ने रिपोर्ट देहरादून ट्रांसफर किया है.
देहरादून: राजधानी देहरादून के एक नामी स्कूल में गुवाहाटी (असम) के छात्र के साथ रैगिंग और यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. 8वीं कक्षा के छात्र ने आरोप के बाद पिता ने गुवाहाटी में जीरो एफआईआर दर्ज कराई है. जिसे अब डालनवाला कोतवाली को ट्रांसफर किया गया है.पीड़ित छात्र के पिता असम पुलिस में वरिष्ठ अफसर पद से रिटायर हैं. आरोप है कि स्कूल प्रशासन की ओर से कार्रवाई ना किए जाने पर वह अपने बेटे को लेकर गुवाहाटी चले गए थे और फिर वहां जीरो एफआईआर दर्ज कराई. एफआईआर ट्रांसफर होने के बाद अब डालनवाला थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
गुवाहाटी पुलिस को दी तहरीर में पीड़ित छात्र के पिता ने बताया कि उनका बेटा प्रतिष्ठित स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ रहा है. बेटा स्कूल के बोर्डिंग में रहता है और कुछ समय से बेटे ने जब फोन नहीं किया तो वह उससे मिलने के लिए स्कूल पहुंच गए. बेटा काफी उदास था और बार-बार पूछने पर भी कुछ नहीं बता रहा था. बेटे को भरोसे में लेकर गुमसुम रहने का कारण पूछा तो उसने बताया कि कुछ सीनियर छात्रों ने उसके साथ रैगिंग की.
मारपीट के साथ यौन उत्पीड़न भी किया गया है. पीड़ित ने इसकी सूचना स्कूल प्रशासन को दी, लेकिन आरोप है कि वहां से कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद पीड़ित अपने बेटे को गुवाहाटी लेकर चले गए. वहां उन्होंने संबंधित थाने में रैगिंग और दुर्व्यवहार को लेकर एक शिकायती पत्र दिया. गुवाहाटी पुलिस ने जीरो एफआईआर कर थाना डालनवाला को ट्रांसफर कर दी.
थाना डालनवाला प्रभारी मनोज मैनवाल ने बताया है कि एक व्यक्ति ने स्कूल में पढ़ने वाले अपने बेटे के साथ मारपीट और यौन उत्पीड़न की शिकायत गुवाहाटी पुलिस से की थी.व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि हॉस्टल में उनके बेटे के साथ सीनियर छात्रों ने मारपीट और यौन उत्पीड़न किया है. इस मामले में गुवाहाटी पुलिस ने जीरो एफआईआर को ट्रांसफर किया है.अब थाना डालनवाला पुलिस ने आईपीसी और पॉक्सो एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया है.पुलिस द्वारा पीड़ित छात्र और उसके पिता को जल्द ही देहरादून बुलाकर पूछताछ की जाएगी.साथ ही जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.
मंत्री गणेश जोशी आय से अधिक संपत्ति मामले पर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा, कहा-सीएम धामी के लिए परीक्षा की घड़ी
देहरादून: उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी पर लगे आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप के मामले में विशेष न्यायाधीश सतर्कता की अदालत ने मंत्री परिषद से निर्णय लेने को कहा है. विशेष विजिलेंस कोर्ट ने मंत्री परिषद को आठ अक्टूबर तक न्यायालय को अवगत को कहा है. वहीं न्यायालय ने मामले में सुनवाई के लिए 19 अक्टूबर की तिथि निर्धारित की है.अब कोर्ट को मामले में कैबिनेट के फैसले का इंतजार है. वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार को घेर रही है.
ऐसे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मांग उठाई है कि मुख्यमंत्री स्वयं संज्ञान लेते हुए इस जांच को बैठाएं. करन माहरा का कहना है कि सुचिता और जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाले मुख्यमंत्री के लिए यह परीक्षा की घड़ी है और अब देखना है कि कृषि मंत्री गणेश जोशी को पद से त्यागपत्र दिलाते हुए इस मामले की जांच बैठाते हैं या नहीं? उन्होंने कहा कि एक बार फिर कृषि मंत्री विवादों के घेरे में आ गए हैं, उनका शक्तिमान से विवादों का सफर शुरू हुआ था, उसके बाद सैन्य धाम के मामले को लेकर भी लगातार खबरें आती रही और अब आय से अधिक संपत्ति मामले में उनकी जांच होनी है.
इधर कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मामला बड़ा गंभीर है. न्यायालय ने सरकार से स्पष्ट रूप से यह अपेक्षा की है कि सरकार इस पर निर्णय लें, उन…