राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वन, पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उ0प्र0 सरकार श्री अरूण कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी एवं वन प्रभाग के मुख्य वन संरक्षक, डीएफओ, एसडीओ व समस्त रेंजरों तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ मानव वन्यजीव संघर्ष निवारण के संबंध में बैठक आयोजित हुई। बैठक में राज्य मंत्री अरुण कुमार ने जिले में मानव गुलदार की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें जिले में हो रही मानव गुलदार की घटनाओं को सभी के सहयोग से रोकना है। इसमें सभी विभागों को समन्वय से कार्य करना होेगा। उन्होंने कहा कि गुलदार से होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए गुलदार प्रभावित ग्रामों में विशेष जागरूकता लाते हुए जनसहभागिता से ही मानव-गुलदार संघर्ष न्यूनीकरण पर लगाम लगाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी जिले मंे प्रतिदिन हो रही मानव गुलदार की घटनाओं लिए काफी चिंतित हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी विभाग जिम्मेदारी के साथ अपने-अपने स्तर से मानव गुलदार की घटनाओं को रोकने का प्रयास करें। उन्होंने निर्देश दिए कि विशेष कर प्रभावित क्षेत्रों को दृष्टिगत रखते हुए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जन मानस के लिए खतरनाक साबित हो रहे गुलदारों को पकडऩे के लिए पिंजरे लगाने और प्रभावित क्षेत्रों में वन कर्मियों की सघन गश्त सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि वन्यजीव बाहुल्य क्षेत्रों/मानव वन्यजीव संघर्ष के दृष्टिगत संवेदनशील चिन्हित क्षेत्रों विशेष रूप से जो आबादी से लगे हों, में नियमित रूप से गश्त बढ़ाई जाये। गश्त के दौरान स्थानीय निवासियों से भी नियमित जन संपर्क किया जाये तथा उनको वन्यजीवों से सुरक्षा के उपायों के विषय में जागरूक किया जाये।
राज्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मानव गुलदार संघर्ष कम करने के लिए जन जागरूकता आवश्यक है, एवं इसके लिए विभागीय अधिकारियों को गांवों में जाकर लोगों से समय-समय पर संवाद करना होगा। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए की संवेदनशील स्थानों में बिजली की कटौती कदापि ना की जाए। गुलदार हमले की दृष्टिगत उन्होंने कहा कि जहां दिन में बिजली की आवश्यकता रहती है वहां दिन में बिजली प्रदान की जाए जिससे वहां रहने वाले लोग दिन में ही अपने सभी कार्य पूर्ण कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि ड्रोन कैमरे और बढाएं जायें। उन्होंने निर्देश दिए की आशांकित स्थानों/जहां गुलदार की सक्रियता बनी हुई है में पिंजरे लगाने के लिए संबंधित डीएफओ को से परमिशन लेकर पिंजरे लगाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वन,एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उ0प्र0 शासन मनोज सिंह ने कहा कि लंबे समय से यह देखने में आ रहा है कि जिले के अलग अलग हिस्सों में वन्य जीवों के हमले हो रहे है। उन्होंने कहा कि गुलदार हमलों को रोकने में वन विभाग और अधिक अपनी सक्रियता दिखाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि मानव-गुलदार संघर्ष घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में संबंधित विभाग हर समय सतर्कता रखते हुए प्रशिक्षित वनकर्मियों की क्विक रिस्पांस टीम गठित कर उसे तत्काल मौके पर भेजा जाए।
जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने जिले में मानव-गुलदार संघर्ष न्यूनीकरण के सम्बन्ध में मंत्री को अवगत कराते हुए बताया कि वन विभाग द्वारा गुलदार प्रभावी क्षेत्रों में सूचना मिलने पर तत्काल आवश्यकता अनुसार कार्यवाही करते हुए पिंजरे लगाए जा रहे हैं साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जागरूकता के लिए ग्रामों में प्रचार-प्रसार के लिए पम्पलेट, वॉल पेंटिंग एवं अन्य माध्यमों से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामों में आवश्यकता के अनुसार शौचालयों का भी निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी विद्यालयों में बच्चों को गुलदार के बचाव से संबंधित कार्यक्रम आयोजित कर जागरूकता का कार्य भी किया जा रहा है। अंत में जिलाधिकारी ने राज्य वन मंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक नहटौर ओम कुमार, जिला पंचायत अध्यक्ष साकेन्द्र प्रताप सिंह, जिला अध्यक्ष भाजपा भूपेन्द्र चौहान, मुख्य वन संरक्षक विजय सिंह, वन संरक्षक मुरादाबाद रमेश चन्द, नगर पालिका अध्यक्ष बिजनौर श्रीमती इंदिरा सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार सिंह, वि0रा0 अरविंद कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक शहरी संजीव बाजपेई, परियोजना निदेशक ज्ञानेश्वर तिवारी, डीएफओ बिजनौर ज्ञान सिंह, नजीबाबाद वंदना फोगाट सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।