देहरादून: यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU) ने आगामी 23 मार्च की मध्य रात्रि रात से 25 मार्च की मध्य रात्रि तक दो दिवसीय हड़ताल करने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि हड़ताल के चलते राज्य में 4 दिन बैंक बंद रह सकते हैं।
मंगलवार को न्यू कैंट रोड स्थित उत्तरांचल बैंक इम्पलाइज यूनियन के कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए यूनियन के अध्यक्ष अनिल कुमार जैन ने बताया कि यूनियंस के तहत देशभर के बैंककर्मियों के नौ संगठनों ने दो दिवसीय हड़ताल का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बैंक में पांच दिवसीय बैंकिंग, रिक्त पदों पर भर्ती, लंबित मुद्दों का समाधान समेत 12 सूत्री मांगों के लिए बैंककर्मी लंबे समय से आंदोलनरत हैं। लेकिन, सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है।
बैंकों में भर्ती की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि वर्तमान में बैंकों में भर्ती की आवश्यकता अत्यधिक है। बैंक सार्वजनिक सेवा के संस्थान हैं, जो हमारे देश के विशाल जनसंख्या को प्रतिदिन सेवाएं प्रदान करते हैं। इसलिए, ग्राहकों और आम जनता की सेवा के लिए बैंकों में पर्याप्त स्टाफ का होना अनिवार्य है। लेकिन पिछले एक दशक से अधिक समय से यह देखा जा रहा है कि बैंक अपने संस्थानों में आवश्यक संख्या में कर्मचारियों की भर्ती करने में असफल रहे हैं।
प्रति सप्ताह फाइव डे बैंकिंग प्रणाली
अध्यक्ष इंद्र सिंह रावत ने बताया कि बैंकों में प्रति सप्ताह फाइव डे बैंकिंग प्रणाली को लागू करने में देरी की जा रही है। जैसे कि आरबीआई, बीमा कंपनियों और सरकारी कार्यालयों आदि में सप्ताह में 5 दिन ही कार्य किया जाता है। इसी तरह यूनियन बैंकों में भी प्रति सप्ताह 5 दिन काम करने की मांग की जा रही है। इसके अलावा इस हड़ताल में सभी शाखाओं में संतोषजनक ग्राहक सेवाएं सुनिश्चित करने, मौजूदा कर्मचारियों पर अनुचित कार्यभार को कम करने और पर्याप्त भर्तियों की आवश्यकता पर जोर दिया जाएगा।
आईडीबीआई बैंक में 51% इक्विटी पूंजी
उन्होंने बताया कि बैंकिंग के अनियंत्रित हालात के चलते, बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें जनता के हमलों या दुर्व्यवहार से बचाने के उपाय किए जाने चाहिए। सरकार को आईडीबीआई बैंक में कम से कम 51% इक्विटी पूंजी बनाए रखने की आवश्यकता है।