कोटद्वार। कोटद्वार की बहुप्रतीक्षित मांगों को लेकर जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात की। इस दौरान कोटद्वार क्षेत्र में अनेकों शैक्षणिक संस्थानों में पुस्तकालय न होने से छात्रों को विभिन्न समाचार पत्रों, धार्मिक पुस्तकों के शिक्षण के लिए कोई साधन न होने के कारण परेशानियों से जूझना पड़ता है। इसके लिए जिलाध्यक्ष रावत ने कोटद्वार में एक पुस्तकालय भवन की मांग की है।
कोटद्वार सहित गढ़वाल क्षेत्र का द्वार के नाम से प्रसिद्ध है जहां आए दिन खेलों का आयोजन होता रहता है लेकिन वर्षा एवं शीतकाल में खेलों पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। जिसके लिए कोटद्वार में एक इनडोर स्टेडियम की नितांत आवश्यकता है। इनडोर स्टेडियम का निर्माण होने से खेल प्रतिभाओं को निखारने का अवसर मिलेगा, साथ ही कोटद्वार का नाम देश विदेश में प्रसिद्ध पाएगा, इसके लिए जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत द्वारा प्रदेश मुख्यमंत्री धामी के समक्ष कोटद्वार में एक इनडोर स्टेडियम निर्माण की मांग रखी गई।
कोटद्वार से पर्यटक नगरी लैंसडाउन तथा कोटद्वार में सिद्धबली बाबा के दर्शनों के लिए देश-विदेश से सैकड़ों पर्यटक कोटद्वार आते हैं परंतु कोटद्वार में एक राजकीय अतिथि गृह न होने के कारण पर्यटकों एवं अति विशिष्ट अतिथियों को अन्यत्र शहरों की ओर जाना पड़ता है। जिलाध्यक्ष रावत के द्वारा कोटद्वार में एक राजकीय अतिथि गृह निर्माण की मांग भी रखी गई है। जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि
कोटद्वार नगर निगम बनने के बाद आज भी लोगों को अपने प्रमाण पत्रों के लिए कभी राजस्व विभाग तो कभी नगर निगम के चक्कर काटने पड़ते हैं। ग्रामीणों की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र को गैर कृषि भूमि घोषित करने की मांग की गई है। जिलाध्यक्ष द्वारा कोटद्वार की अनेकों बहुप्रतीक्षित मांगे सूबे के मुख्यमंत्री के सम्मुख रखी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा हुई मुलाकात में शीघ्र ही समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया गया है। वहीं दूसरी ओर जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत का कहना है कि मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात सकारात्मक रही है।
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