मुंबई: भारतीय महिला क्रिकेट टीम को पहली बार आईसीसी वनडे विश्व कप 2025 का खिताब दिलाने वाले मुख्य कोच अमोल मजूमदार का मुंबई में अभूतपूर्व स्वागत हुआ।
विश्व कप जीतकर जैसे ही अमोल अपने विले पार्ले स्थित घर पहुंचे, पूरे इलाके में जश्न का माहौल छा गया। सड़कों पर फूल बिछाए गए, ढोल-नगाड़ों की गूंज से वातावरण उत्सवमय हो उठा और महिलाओं ने बल्ले लहराकर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इस ऐतिहासिक पल में कई महिलाओं और लड़कियों की आंखें खुशी से भर आईं। उनके लिए यह सिर्फ एक कोच की जीत नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र के एक बेटे की ऐतिहासिक उपलब्धि थी — जिसने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को विश्व चैंपियन बनाया।
“क्रिकेट के द्रोणाचार्य” बने अमोल मजूमदार
कभी भारतीय टीम के लिए नहीं खेल पाए अमोल मजूमदार ने अपने शिष्यों को ऐसा मार्गदर्शन दिया, जिसने इतिहास रच दिया।
2014 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कोचिंग की राह चुनी। नीदरलैंड, दक्षिण अफ्रीका और राजस्थान रॉयल्स के साथ कोचिंग करते हुए उन्होंने अपनी समझ और शांति से सबका दिल जीता।
अक्टूबर 2023 में जब उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हेड कोच नियुक्त किया गया, तो कई लोगों ने उनके चयन पर सवाल उठाए थे। विश्व कप की शुरुआत में लगातार तीन हार के बाद आलोचना भी हुई — मगर अमोल ने जवाब मैदान में दिया।
उनकी अगुवाई में भारतीय महिला टीम ने शानदार वापसी करते हुए पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
शानदार लेकिन अधूरा रहा खिलाड़ी करियर
अमोल मजूमदार ने 1993 में मुंबई से अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत की। 171 मैचों में उन्होंने 11,000 से अधिक रन और 30 शतक बनाए — फिर भी उन्हें कभी भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला।
लेकिन अब, एक कोच के रूप में उन्होंने वही मुकाम हासिल किया है जो हर खिलाड़ी का सपना होता है — विश्व कप की ट्रॉफी उठाना।
