बराथ गांव में मरचूला बस हादसे के बाद मौत का मातम पसरा है। गांव के देवर-भाभी समेत छह लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है। देर शाम जब गांव शव पहुंचे तो हर कोई चीत्कार उठा। ग्रामीणों ने मौत का ऐसा मंजर शायद ही पहले कभी देखा हो।
मृतकों के शव लेने के लिए मरचूला आए ग्राम प्रधान के पति विजय पाल ने बताया कि इस हादसे में उनके गांव के रहने वाले राकेश ध्यानी (35), उनकी बेटी मानसी (सात), दीपक रावत (30), दीपक रावत का बेटा आरव (6) की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि राकेश ध्यानी गांव में दुकान चलाते थे। दीपक रावत की हरिद्वार की एक फैक्टरी में दो महीने पहले ही नौकरी लगी थी। अन्य मृतक देवेंद्र सिंह और उसकी भाभी सुमन की भी हादसे में मौत हो गई। ये दोनों रामनगर के पीरूमदारा में रहते थे। इनके शव पीरूमदारा ले जाए गए हैं। प्रधान सरस्वती देवी और उनके पति ने बताया कि गांव में हर तरफ शोक छाया है। कई दिन तक चूल्हे भी नहीं जलेंगे।